इस जिंदगी के बारे में सोचना, जरूरी तो नहीं! क्या पुण्य है क्या पाप, किसी ने बताया तो नहीं!! गर ये कहोगे की जीना जरूरी है, जीना होगा!! मैं ये कहूंगी कि लिखना जरूरी है, लिखना होगा! उतना ही जरूरी, जितना सांस लेना!! उतना ही जरूरी, जितना खाना खाना! ये मेरी कलम नहीं, मेरे जज़्बातContinue reading “मेरे ख्यालात/My opinion”